स्वतंत्रता दिवस भारत का महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्यौहार है, जो हर साल 15 अगस्त के दिन मनाया जाता है। इस दिन भारत ने ब्रिटिश शासन से आजादी हासिल की थी। स्वतंत्रता दिवस भारत के लिए गर्व और एकता का प्रतीक है। यह दिन हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की कड़ी मेहनत और बलिदान की याद दिलाता है और एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक भारत के निर्माण के हमारे दायित्व को दोहराने का अवसर देता है।
हर साल जब हम स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाते हैं तो ये जानकारियां हमें एक आदर्श नागरिक बनने में मदद करती है। इसमें राष्ट्रध्वज, राष्ट्रगान, ध्वजारोहण समेत कई ऐसी जरूरी जानकारियां हैं, जिनको जानकर हम अपने देश के और करीब खुद को महसूस कर सकते हैं।
आजादी के लिए पहला आंदोलन
1857 के विद्रोह में जान देने वाले मंगल पांडे पहले भारतीय थे । इस घटना के एक महीने बाद 10 मई 1857 को मेरठ में सिपाहियों ने विद्रोह कर दिया जिसने 1857 की आजादी की पहली लड़ाई को जन्म दिया ।
सदियों तक अंग्रेजी हुकूमत ने भारत पर राज किया लेकिन जब अंग्रेजों का उत्पीड़न बढ़ने लगा तो देश की अलग अलग जगहों पर विरोध शुरू हुआ। ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ और आजादी की मांग को लेकर सबसे पहला और बड़ा विरोध 1857 की क्रांति थी। इस क्रांति की आग पूरे देश में फैली और पूरे देश में आंदोलन शुरू हो गए।
आजादी के बाद पहला ध्वजारोहण
15 अगस्त 1947 को भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के द्वारा लाल किले पर पहली बार ध्वजारोहण किया था। यह परंपरा तब से हर साल चली आ रही है और हमारे देश के प्रधानमंत्री इस दिन लाल किले पर झंडा फहराते हैं और देश के नागरिकों को संबोधित करते हैं।
तिरंगे का निर्माण किसने और कब किया गया
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के डिजाइन को पिंगली वेंकैया ने तैयार किया था। मूल डिजाइन 1921 में महात्मा गांधी को प्रस्तुत किया गया था और वर्तमान तिरंगे को 22 जुलाई 1947 को भारत की संविधान सभा द्वारा अपनाया गया।
राष्ट्र ध्वज से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज में शामिल केसरिया रंग साहस का प्रतीक माना गया है। श्वेत रंग सत्य और शांति का प्रतीक है। हरी पट्टी उर्वरता, वृद्धि और भूमि की पवित्रता का प्रतीक है। इसमें मौजूद अशोक चक्र में 24 तीलियां होती है।
राष्ट्रगान के रचीयता
स्वतंत्रता दिवस पर ‘जन गण मन‘ को राष्ट्रगान के रूप में गाया जाता है। इसे पहली बार 1911 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता (अब कोलकाता) अधिवेशन में गाया गया था। रवींद्रनाथ टैगोर राष्ट्रीय गान के रचयिता हैं।
राष्ट्रगान के बारे मे जानकारी
राष्ट्रगान गाए और बजाए जाते समय हमेशा सावधान की मुद्रा में खड़े रहना चाहिए। उच्चारण सही और 52 सेकेंड की अवधि में ही गाया जाना चाहिए।
राष्ट्रीय प्रतीक के बारे में
स्वतंत्रता के बाद 26 जनवरी 1950 को भारत का राष्ट्रीय प्रतीक, अशोक स्तंभ का सिंह, अपनाया गया। यह प्रतीक सारनाथ के अशोक स्तंभ से लिया गया है।
स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश भर में स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी जाती है। इस दिन को महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे महान नेताओं और अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करने का दिन माना जाता है।
लाल किले की परेड
स्वतंत्रता दिवस के समारोह का मुख्य आकर्षण लाल किले पर आयोजित होने वाली परेड होती है, जिसमें भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना और अन्य सुरक्षा बलों की टुकड़ियां भाग लेती हैं। इसके अलावा, विभिन्न राज्यों के सांस्कृतिक झांकियों का प्रदर्शन भी होता है।
राष्ट्रीय अवकाश
स्वतंत्रता दिवस भारत में एक राष्ट्रीय अवकाश है। इस दिन सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल और अधिकांश निजी संस्थान बंद रहते हैं। लोग ध्वजारोहण, परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं।