हर्षिल वैली (Harsil valley uttarakhand)
हर्षिल (Harsil) भारत के उत्तराखण्ड राज्य के उत्तरकाशी ज़िले में स्थित एक ग्राम और सैनिक छावनी है। यह हिमालय में भागीरथी नदी के किनारे बसा एक रमणीय हिल स्टेशन है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग 34 पर गंगोत्री के हिन्दू तीर्थस्थल के मार्ग में आता है। हर्षिल उत्तरकाशी से 78 किमी और गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान से 30 किमी दूर है।
अगर आप मई और जून की तपती गर्मी से दूर किसी वैली में घूमना पसंद करते हैं, तो फिर आपको हर्षिल वैली पहुंच जाना चाहिए। हर्षिल वैली उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत वैली में से एक है, जिसकी चर्चा हर तरफ होती रहती है।
हर्षिल वैली प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी हसीन जन्नत से कम नहीं है। यह वैली ट्रेकिंग करने वालों के बीच भी खूब लोकप्रिय है। मई और जून के महीने में यहां का तापमान 14°C से 22°C के बीच में रहता है। यहां पर परिवार, दोस्त या पार्टनर के साथ भी जा सकते हैं।
मुनस्यारी (is munsiyari worth visiting)
मुनस्यारी उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित एक छोटा सा हिल स्टेशन है, जिसकी प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है। ऊंचे पहाड़ और चोटियों के सुंदर नजारों के कारण इसे मिनी कश्मीर कहा जाता है। ट्रेकिंग ट्रेल्स के लिए भी यह जगह काफीमशहूर है। लेकिन इसके आसपास घूमने वाली कई ऐसी जगह हैं, जहां आप छुट्टियां मनाने जा सकते हैं।
उत्तराखंड की हसीन वादियों में घूमने की बात होती है, तो मुनस्यारी जैसे हिल स्टेशन का जिक्र जरूर होता है। यह खूबसूरत हिल स्टेशन प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी हसीन जन्नत से कम नहीं है।
बादलों से ढके ऊंचे-ऊंचे पहाड़, देवदार के बड़े-बड़े पेड़, घने जंगल, झील-झरने और ठंडी हवाएं मुनस्यारी की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करते हैं। मुनस्यारी की हसीन वादियों में मौजूद पंचाचूली चोटी, बिर्थी फाल्स, माहेश्वरी कुंड और नंदा देवी मंदिर जैसी शानदार जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं।
चोपता (What is Chopta famous for)
इस क्षेत्र में सबसे प्रसिद्ध तीर्थ और पर्यटन स्थल तुंगनाथ मंदिर है, जो चोपटा से 3.5 किमी दूर स्थित है। 3680 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद तुंगनाथ भगवान शिव को समर्पित सबसे ऊंचा मंदिर है। यह पंच केदार मंदिरों में से एक है, जो इस स्थान को एक अलग धार्मिक महत्व देता है। ऐसा कहा जाता है कि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित यह मंदिर पांच हजार साल से भी अधिक पुराना है। माना जाता है कि तुंगनाथ मंदिर का निर्माण पांडवों ने करवाया था। सर्दियों के दौरान ये जगह बर्फ से बिल्कुल ढक जाती है, जिस वजह से तुंगनाथ मंदिर के कपाट छह महीने के लिए बंद रहते हैं।
समुद्र तल से करीब 2 हजार से भी अधिक मीटर की ऊंचाई पर मौजूद चोपता उत्तराखंड के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन में से एक है। इस खूबसूरत हिल स्टेशन को उत्तराखंड का छिपा हुआ खजाना भी माना जाता है।
चोपता का सुहावना मौसम सैलानियों को खूब भाता है, क्योंकि यहां साल भर ठंडी-ठंडी हवाएं चलती हैं। जब देश के अन्य हिस्सों में तापमान 43°C के पार होता है, तब भी यहां का तापमान 16 °C से 22°C के बीच में रहता है। चोपता में आप तुंगनाथ, चंद्रशिला और दुगलबिट्टा जैसी जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं। यहां एडवेंचर एक्टिविटीज का भी लुत्फ उठा सकते हैं।
औली (Famous Places to visit in Auli)
उत्तराखंड की हसीन वादियों में मौजूद किसी ठंडी जगह की बात होती है, तो औली का नाम जरूर लिया जाता है। यह उत्तराखंड की एक ऐसी जगह है, जहां सर्दी के मौसम में जमकर बर्फबारी होती है। इसलिए यहां का मौसम हर समय ठंडा ही रहता है। यह एक रोमांटिक डेस्टिनेशन भी माना जाता है।
बर्फ से धकर ऊंचे-ऊंचे पहाड़, घास के मैदान, देवदार के बड़े-बड़े पेड़ और झील-झरने औली की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करते हैं। मई जून के महीने में भी यहां का तापमान करीब 16°C से 22°C के बीच रहता है। औली में आप औली झील, छत्रकुंड, नंदा देवी, हाथी गौरी पर्वत और नीलकंठ जैसी बेहतरीन जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं।